Tuesday 22 November 2016

तू प्यार का सागर है


फिल्म               सीमा
गीतकार             शैलेन्द्र
संगीतकार           शंकर जयकिशन
गायक                मन्ना डे

तू प्यार का सागर है
तेरी इक बूँद के प्यासे हम
लौटा जो दिया तुमने
चले जायेंगे जहां से हम
तू प्यार का सागर है
घायल मन का पागल पंछी
उड़ने को बेक़रार
पंख हैं कोमल आँख है धुँधली
जाना है सागर पार
अब तू ही इसे समझा
राह भूले थे कहाँ से हम
तू प्यार का सागर है

इधर झूम के गाये ज़िंदगी
उधर है मौत खड़ी
कोई क्या जाने कहाँ है सीमा
उलझन आन पड़ी
कानों में ज़रा कह दे
कि आएँ कौन दिशा से हम
तू प्यार का सागर है

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