आचार्य प्रद्युम्न बाबा रामदेव के संस्कृत गुरु हैं। संस्कृत के प्रकांड पंडित होते हुए भी सादी सरल भाषा में दर्शन जैसे मुश्किल विषय को रोचक ढंग से पढ़ाते हैं। सादा जीवन और उच्च विचार उनके जीवन का मूलमंत्र है।
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Mudita - An Alternative to Envy
Mudita When we are scrolling through Facebook or Instagram we often feel envy looking at other people’s success or golden mome...
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जाल परे जल जात बहि , तजि मीनन को मोह। रहिमन मछरी नीर को , तऊ न छाँड़ति छोह॥ रहीम जैसे ही जाल डाला जाता है ...
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जलबिन्दुनिपातेन , क्रमशः पूर्यते घटः। स हेतुः सर्वविद्यानां , धर्मस्य च धनस्य च॥ पानी की बूंदों के गिरने से घड़ा धीरे ...
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खीरा को मुँह काटि के , मलियत लोन लगाय। रहिमन करुए मुखन को , चहियत इहै सजाय॥ रहीम खीरे का मुँह काटकर उस पर...
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