नात्युच्चशिखरो मेरुर्- नातिनीचं रसातलम्।
व्यवसायद्वितीयानां नात्यपारो महोदधि:॥
परिश्रमी व्यक्ति के लिए मेरु पर्वत अधिक ऊँचा नहीं है,
पाताल बहुत नीचा नहीं है और महासागर बहुत
विशाल नहीं है॥
For a diligent person, even the mountain 'Meru'
is not
very high, bottom of the earth is not too deep
and the ocean is not
difficult to cross.
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